Friday, February 24, 2023

मेरी दुनिया हो तुम

लिखकर कविताएं मैंने
 तुम्हारी यादों को संजोया है
क्या फर्क पड़ता है
दुनिया कुछ भी सोचे
मैने क्या खोया क्या पाया है..!
बनने दो तमाशा मेरा 
दुनिया के सामने
मैने जब भी आंखे खोली
सिर्फ तुमको पाया है 
ओह! मेरी दुनिया तो तुम हो..!
साहित्य की काल्पनिक 
दुनिया बन चुकी हो,
भले सौ कोस दूर जा चुकीं हो..!!

©शिवम

Saturday, February 4, 2023

योद्धा का युद्ध

योद्धा युद्ध लड़ता रहता है 
चाहे रणभूमि में हो या 
मन के भीतर
हथियारों का युद्ध हो या
विचारों का युद्ध..
ईश्वर ने लिया अवतार
वक्त के हिसाब से
कभी कृष्ण तो कभी बुद्ध...
आवश्यकता हुई तो
 सुदर्शन चक्र चला
असुरों का संहार किया...
जब देखा मनुष्य विचलित हो रहे है
तब धर्म चक्र चला 
संसार का उपकार किया..
एक दूरदर्शिता और दृढ़ संकल्प का प्रतीक है
तो दूसरा प्रगति और जीवन का प्रतीक है...!!

©शिवम